हजूर बड़े महाराज जी पहलगांव से चलकर इचछाबल पहुंचे, वहां पहुँच कर हजूर ने लाजो बीबी जी से फ़रमाया, “काको, (लाजो बीबी को प्यार से काको बुलाते थे) लोग बाहर ठंडक ढूंढते है, अंदर की ठंडक नहीं देखते, जिससे शांति मिलनी है। बाहर की ठंडक तो आनी जानी है और अदंर की साथ निभाने वाली है, उसकी और तवज्जोह नही ...
Read More »Beas Sakhi
Sakhi Baba Ji ki – Ek Pandit aur Musalmaan Mai
बड़े महाराज जी के समय की बात है, एक मुस्लिम औरत (माई हुसैनी) डेरे आया करती थी। तब संगत इतनी नहीं हुआ करती थी। महाराज जी से बात चीत करना सरल था। एक बार उसने महाराज जी से कहा कि महाराज मुझे खुदा का नाम बताएं। महाराज जी उसे देखते ही समझ गए कि ये कोई मुस्लमान औरत है। महाराज ...
Read More »Huzur Maharaj aur Sawan Singh Ji ki Sakhi
हजूर महाराज और बड़े हजूर महाराज सावन सिंह जी एक बार कहीं कार से जा रहे थे। तो उन्होंने ड्राईवर को इशारा करके कहा की इस रस्ते चलो ! ड्राईवर उस्सी रस्ते चला पड़ा। बाबा जी को ‘बूट -पोलिश’ करवाना था तो बाबा जी ने कार रुकवाई और ‘बूट -पोलिश’ करवाया जब बाबा जी ने पैसे पूछे, तो उसने कहा ...
Read More »Baba ji in Plane – Sakhi
एक बार बाबाजी प्लेन से कहीं जा रहे थे और अापने जीन्स और टी-शर्ट पहन रखी थी और दाढ़ी बाँध रखी थी. एक एयर होस्टेस ने आप को देखा और केबिन में जा कर दूसरी एयर होस्टेस को बताया की शायद वो “बाबाजी है”??? दूसरी एयर होस्टेस ने कहा कि ये नही हो सकता, और दूसरी एयर होस्टेस उनको देख ...
Read More »Baba Ji ki Sakhi – Mohali – Chandigarh
कुछ टाइम पहले जब मोहाली,पंजाब सत्संग घर की ओपनिंग थी, बाबा जी का सत्संग था | बहुत गर्मी का दिन था, संगत अनुमान से ज़्यादा पहुंची थी,सत्संग शुरू होने ही वाला था, तभी जब एक डोकुमएंट्री फिल्म दिखाई जाती है,,,,,(नन्ही बेटी को जीवन का वर दो), इस से कुछ मिनिट्स पहले ही एक अनाउंसमेंट हुई थी, शायद आप मे से ...
Read More »Hisaab Dena hi Padega – Ek Satsangi ne Bataya
एक औरत सिलाई करके अपना पेट का गुजारा करती थी. बहुत ही मेहनती थी. भजन सुमिरन को भी अच्छा समय देती थी. हक हलाल की कमाई ही खाती थी. कभी किसी से कुछ मांगती नहीं थी. सुमिरन भजन में जब तक उसको आनंद नहीं मिलता तब तक भजन सुमिरन नहीं छोड़ती थी. एक बार सिलाई का काम कुछ ज्यादा आने ...
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