हजूर महाराज और बड़े हजूर महाराज सावन सिंह जी एक बार कहीं कार से जा रहे थे। तो उन्होंने ड्राईवर को इशारा करके कहा की इस रस्ते चलो ! ड्राईवर उस्सी रस्ते चला पड़ा। बाबा जी को ‘बूट -पोलिश’ करवाना था तो बाबा जी ने कार रुकवाई और ‘बूट -पोलिश’ करवाया जब बाबा जी ने पैसे पूछे, तो उसने कहा ...
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Bade Maharaj ji ki sakhi – Giddh aur usko naamdaan
एक बार एक अंधा व्यक्ति जो की प्रमात्मा का भक्त था, डेरे आया । उसने एक सेवादार वीर से कहा कि वीर जी मैं आपके महाराज जी से बात करना चाहता हूँ, आप बता सकते है कि मैं उनसे कैसे मिल सकता हूँ तो उस सेवादार वीर ने कहा कि कुल मालिक इस वक्त सत्संग फरमा रहे है सो मैं ...
Read More »Dere ki sewa – Pichle Janm ke Karam
1970 की बात है, डेरे मे सीवरेज का काम चल रहा था। घुमान से जतथा सेवा के लिए बुलाया गया। मंगल सिहं की कंटीन के पास खुदाई का काम चल रहा था। सारा जतथा सेवा मे लगा हुआ था। पास ही दीवार पर बैठा एक आदमी सारी संगत को मसती मे सेवा करता देख रहा था। उसके मन मे सेवा ...
Read More »Sakhi Maharaj Charan Singh Ji – Ek Driver aur Maharaj Ji ka Udhaar
साखी हुजुर महाराज चरनसिंह जी के समय की है : एक सज्जन थे जिन्होंने महाराज चरनसिंह जी से नाम दान लिया हुआ था वह नई दिल्ली में एक निजी कंपनी में ड्राइवर थे, उनका काम था कि वह रोज़ कंपनी की गाड़ी में कनाट प्लेस किसी बैंक में जाते थे और उनके साथ कंपनी का कैशियर भी होता था | ...
Read More »Sewadaar aur Baba Ji ka Bhajan Simran
एक बार की बात है, एक सेवादार की ड्यूटी बाबा जी की कोठी में थी, उसके दिल में आया की बाबा जी को रात में देखना चाहिए कि क्या वो भी भजन सिमरन करते हैं. वो रात को बाबा जी के कमरे की खिड़की के पास खड़ा हो गया. बाबा जी रात रात 9:30 तक भोजन और बाकी काम करके ...
Read More »Sakhi – Santon ki chiz aur bhagya – Aaj ka Ruhani Vichar 30 Jun 2017
बड़े हजूर बाबा सावन सिंह जी की साखियों से उनके ग्वालियर की साखी से एक प्रसंग है। —–संतो के वस्त्र व् परशाद का महत्व—– एक बार जब बड़े हजूर संगत के साथ ग्वालियर पहुंचे तो वहां के राज परिवार जनरल साहिब के यंहा का प्रसंग है जो उन्होंने जनरल साहिब की पुत्रवधु रॉनी इंदुमती को उसके द्वारा हजूर जी के ...
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