जब बाबा जी का जन्म 1 Aug 1954 को हुआ तब कुछ अजीब वाक्या हुआ, बाबा जी की आँखें 3 दिन तक नहीं खुलीं, सभी doctors हैरान थे, बाबा जी के पिताजी ने महाराज जी को बुलवाया, महाराज जी जब डेरा hospital पहुंचे, उन्होंने अपनी ऊँगली को शहद में डुबाया, बाबा जी को अपनी बाँहों में लेकर उनके मुंह में ...
Read More »Baba Ji Question Answers – FAYETTEVILLE, USA July 2017
After Satsang the question answer session was started and persisted for about 55 – 60 minutes. This whole session was full of Laughter, Pretty smiles of Baba Ji and the spectacular actions of The Master where everyone could feel as Baba ji was answering every individual’s question. Few questions from the whole session are…. QUESTIONER : Baba Ji I Love ...
Read More »Baba Ji ki Sakhi – Mohali – Chandigarh
कुछ टाइम पहले जब मोहाली,पंजाब सत्संग घर की ओपनिंग थी, बाबा जी का सत्संग था | बहुत गर्मी का दिन था, संगत अनुमान से ज़्यादा पहुंची थी,सत्संग शुरू होने ही वाला था, तभी जब एक डोकुमएंट्री फिल्म दिखाई जाती है,,,,,(नन्ही बेटी को जीवन का वर दो), इस से कुछ मिनिट्स पहले ही एक अनाउंसमेंट हुई थी, शायद आप मे से ...
Read More »Hum Bhikhari Wo Malik hai Daani
एक बहुत बड़ा अमीर आदमी था। उसने अपने गांव के सब गरीब लोगों के लिए, भिखमंगों के लिए महीने का तय दान बांध दिया था। किसी भिखमंगे को दस रुपये मिलते महीने में, किसी को बीस रुपये मिलते। वे हर एक तारीख को आकर अपने पैसे ले जाते थे। वर्षों से ऐसा चल रहा था। एक भिखमंगा था जो बहुत ...
Read More »Baba Ji – Vancouver – Canada – July 2017 visit Question Answers
राधा स्वामी जी – विजया जी ने बाबा जी के vancouver, Canada के quesiton / Answer भेजे हैं, English / Hindi mixed language है, कल इसका हिंदी Translation करके भी भेजे जायेंगे, साथ ही अगले कुछ दिनों में हमारी Mobile App का New Version भी आ रहा है, जिसमे शब्द, सत्संग फोटोज आदि काफी कुछ होगा, साथ ही तक़रीबन सारा ...
Read More »Hisaab Dena hi Padega – Ek Satsangi ne Bataya
एक औरत सिलाई करके अपना पेट का गुजारा करती थी. बहुत ही मेहनती थी. भजन सुमिरन को भी अच्छा समय देती थी. हक हलाल की कमाई ही खाती थी. कभी किसी से कुछ मांगती नहीं थी. सुमिरन भजन में जब तक उसको आनंद नहीं मिलता तब तक भजन सुमिरन नहीं छोड़ती थी. एक बार सिलाई का काम कुछ ज्यादा आने ...
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