सिमरन के क्या फायदें है ! सिमरन कैसें काम करता है?
बाबा जी के सतसंगो मे से हमे पता चलता है के परमात्मा के पास ऐसा कमप्युटर है जो हमारे जन्म से ले करके हमारी मृत्यु तक एक एक श्वास की गिनती करता है ! और जब हमारे शरीर मे से आखिरी श्वास निकलता है ! तो वो कमप्युटर नोट करता है के जब ईस शरीर ने आखिरी श्वास लिया तो ईस जीव का ध्यान कहां थाऔर उसी हिसाब से हमारी अगली जून, अगला शरीर मिलता है हमने सतसंगो मे सुना है की आखिरी समय मे पैसे मे ध्यान रखने वाले की गति किस तरफ होती है।
“अंत समय जो लछमी सिमरे ऐसी चिंता में जो मरे सर्प जून में वल वल अवतरे”
हम जीव बड़े विशवास के साथ छाती ठोक कर कहतें है कि हम अपने बाबा जी के साथ जाऐंगे मगर बानी कहती है के मन सारा जीवन जिस चीज का सिमरन सबसे ज्यादा करता है ! उन्ही चीजो को आखिरी वक्त हमारे सामने रखता है और मन उन्ही चीजो मे हमारा ध्यान खीँच लेता है और हम जीव सारी जिन्दगी पैसों , का स्त्री , का बच्चो का माता पिता का जमीन जायदाद का सिमरन करते है और आखिरी समय मे यही चीजें हमारें सामने आ जाती है अगर हम सारी उमर बाबा जी का दिया हुआ सिमरन करेंगे तो आखिरी समय मे आखिरी श्वास मे हमारी गति बाबा जी कि तरफ हो जाएगी और फिर हम रोतें हुए नही हस्ते-हस्ते अपने देश सचखण्ड मे पहूँच जाएंगे।