Ques 1 : बाबाजी आत्मा और परमात्मा में जो रिश्ता है क्या वो अलग अलग रिश्ता है ?
बाबा जी : देखो बेटा जिस तरह सूरज और उसकी किरणें देखने में अलग अलग हैं लेकिन अगर ध्यान दोगे तो पाओगे की दोनों एक ही हैं, ठीक उसी तरह आत्मा और परत्मात्मा देखने में अलग अलग हैं परन्तु आत्मा परत्मात्मा का ही अंश है ठीक वैसे जैसे किरण सूरज का अंश है ,हमारा जो दायरा है वो बहुत सिमित है, इसलिए हम दुविधा में रहते हैं
Ques 2 : बाबाजी आपका बहुत बहुत शुक्रिया कि अपने मुझे यह मौका दिया, ऐसे ही मुझ पर और मेरे पूरे परिवार पर और सब पर दया मेहर बनाए रखना जी और मुझ पर नामदान की बख्शीश करना जी
बाबाजी : बिलकुल बेटा जी और बाबाजी मुस्कुरा दिए
Ques 3 : बाबा जी आपका बहुत शुक्रिया कि अपने इतने अच्छे माता पिता दिए, बाबा जी मेरी मम्मी कहती हैं की मैंने अपना सारा वक़्त तुम्हारी परवरिश में निकाल दिया, बाबा जी अब आप उनका मोह हमारी तरफ से काम करके अपनी तरफ भजन सिमरन में लगा दीजिये
बाबाजी : बेटा जब आप अपने पैरों पे खुद खड़े हो जाओगे और अपनी जिम्मेवारी खुद उठाओगे, तो उनको भी मालिक के लिए कुछ खाली समय मिलेगा, तो आप खुद ही उनको वो ख़ुशी दो
Ques 4: बाबा जी मैंने एक लड़की को अपनी बहन माना हुआ है, उसकी शादी को कुछ टाइम ही हुआ है, उनका हस्बैंड काफी शराब पीतें हैं और मेरी बहन इस बात से बहुत परेशान है, दिसंबर 2012 में आप ने उन दोनों को नाम दान की बख्शीश भी की थी, बाबा जी आप कृपा करो
बाबा जी : बेटा देखो ये सब कर्मों का फल है, लड़की को चाहिए की वो अपना फ़र्ज़ पूरा करे और अपने पति से प्यार करे, प्यार में बहुत ताक़त होती है, जब उसका पति उसका प्यार देखेगा तो वो खुद ही धीरे धीरे उसके लिए अपने आप को बदल लेगा
Ques 5 : बाबा जी जो लोग झूठ बोल के नामदान ले जाते हैं, क्या उन लोगों के इस कार्य को बुरे कर्मों में गिना जायेगा
बाबा जी : बेटा अगर हम किसी बिल्डिंग की नींव ही झूठ पर रखोगे, तो क्या वो सफल होगी, बेटा झूठ का फल तो मिलेगा ही
Ques 6 : बाबा जी मेरे अंकल ने भी झूठ बोल कर नामदान लिया था, उनकी उम्र 27 साल की थी पर नामदान की उम्र 28 साल थी, क्या उनके भी बुरे कर्मों में गिनती होगी
बाबाजी : मुस्कुराते हुए, तुम क्यों टेंशन ले रहे हो, उनके कर्म वो खुद ही भुगतेंगे
Ques 7: बाबा जी हमें अच्छा इंसान बनने के लिए क्या कुछ करना चाहिए (लड़के से सही से बोला नहीं गया था, बाबा जी को लगा वो कह रहा है कि अच्छे कर्मों का क्या फल मिलता है
बाबाजी : बेटा अगर हम अच्छे कर्म करेंगे तो मालिक जरूर मेहर करेगा, हमें कभी भी किसी का बुरा नहीं करना चाहिए, हमेशा अपनी विचारधारा को सही रखो