कुछ टाइम पहले जब मोहाली,पंजाब सत्संग घर की ओपनिंग थी, बाबा जी का सत्संग था | बहुत गर्मी का दिन था, संगत अनुमान से ज़्यादा पहुंची थी,सत्संग शुरू होने ही वाला था, तभी जब एक डोकुमएंट्री फिल्म दिखाई जाती है,,,,,(नन्ही बेटी को जीवन का वर दो), इस से कुछ मिनिट्स पहले ही एक अनाउंसमेंट हुई थी, शायद आप मे से जो इस सत्संग मे शामिल थे उन्होने ये सुनी होगी, अनाउंसमेंट मे बोला गया था कि कोई भाई कार पार्किंग मे एक गाड़ी नंबर (नंबर मुझे याद नहीं है) है,अपनी गाड़ी खड़ी कर के आया है, जिसमे कोई एक साल का बच्चा सो के उठा है ओर रो रहा है, तो सभी यह सुनकर सोच रहे थे कि ऐसे भी माँ – बाप होते हैं जो अपने बच्चे की परवाह नही करते…कैसे माँ – बाप हैं ये, जब बाद मे enquiry हुई तो एक जोड़े ने बताया कि ये हमारा ही बच्चा है, हम लोग लुधियाना के रहने वाले है और अमेरिका मे रहते है, हम लोग बाबाजी के सत्संग के लिए स्पेशल छुट्टियां [Holidays] लेकर आए है,,,दो दिन पहले ही हमारे बच्चे की तबीयत ज़्यादा खराब हो गई,ओर हमने उसे PGI हॉस्पिटल, चंडीगढ़ मे दाखिल करवा दिया, वहाँ उसकी डेथ हो गई..जिसका हमारे पास डेथ – सर्टिफिकेट भी है,, हम हॉस्पिटल से सीधा यहाँ डेरे मे आ गये, सोचा जो होना था वो तो हो ही गया, पर हम बाबा जी दर्शन ज़रूर करेंगे, अपने दिल पर पत्थर रख कर सत्संग मे आ आए, हमारी आँखों से आँसू बंद नही हो रहे थे,
अचानक हुई अनाउन्समेंट सुनी और हम कार के पास चले गये, और देखा कि हमारा बच्चा कार की पिछली सीट पर काफी टाइम से लेटा रो रहा था
उस कुल-मलिक की रज़ा को कौन जनता है जिन होने उस डेथ सर्टिफिकेट को झूठा कर दिया ये है हमारे बाबाजी की दया , हम कितना भी उनका धन्यवाद करें, कम है…वोतो हम सब पर बहुत दया करते है पर हमें पहचानने की ज़रूरत है ,,,,, ऐसे है हमारे सतगुरु,,,, बक्ष ले मालिक…राधा स्वामी जी