Question . लड़की – बाबा जी जैसे हमें अभी नामदान नही मिला है तो बाबा जी हमें भजन सिमरन मे बैठना चाहिए?
बाबा जी… नही बेटा, हमें भजन सिमरन मे नही बैठना चाहिए.. क्यूंकि हमें अभी ज्ञान प्राप्त नही हुआ है..जब नामदान मिलेगा तब बताया जाएगा की अंदर कैसे होगा सब.. तब कोई डर नही होगा
लड़की – तो बाबा जी हम अभी क्या करें
बाबा जी … बेटा आप बैठा करो, बैठने की आदत होगी तो बाद मे आप निभा पाओगे, और उस टाइम ताक़त होगी. बस चुप चाप मालिक का ध्यान करके बैठ जाया करो
Question लड़की..बाबा जी, आप ध्यान कैसे लगाते हो जब आप बैठते हो? हमारा तो लगता नहीं .. आप अपना बताओ
बाबा जी .. [स्माइल करते हुए] .. मेरे ध्यान लगाने से आपको फायदा मिल जाएगा बेटा?
लड़की… बाबा जी हम भी वैसे ही ध्यान लगा लिया करेंगे
बाबा जी… मैं तो चुप चाप बैठ जाता हूँ… आप भी बैठ जाया करो, अपने आप हो जाएगा
Question लड़का – बाबा जी सही और ग़लत मे फरक़ क्या होता है? लड़का बहुत ही तेज़ी से यह Question बोला तो संगत के साथ बाबा जी भी हंस पड़े
बाबा जी… एक साइड सही है और एक साइड ग़लत है, फिर बाबा जी मज़ाक के मूड में बोले – समझ गये?
लड़का – हांजी
बाबा जी .. स्माइल करते हुए …तू बड़ी जल्दी समझ जाता है…बेटा सही वह है जो रास्ता परमात्मा की तरफ जाता है… और ग़लत वह है जो हमें परमात्मा से दूर करता हो
Question लड़की.. बाबा जी आप मुझे सचखंड ले के जाओगे
बाबा जी – अगर भजन सिमरन करोगे तो ज़रूर सचखंड जाओगे .. definitely जाओगे
Question बाबा जी मेरी मम्मी बहुत बीमार रहते है, आप उनपर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखने जी
बाबा जी – बेटा, हमें अपने करम तो भुगतने ही पड़ेंगे, उन्होने कुछ करम ऐसे किए होंगे, जब पिछले कर्मों का हिसाब किताब ठीक हो जाएगा तो वो भी ठीक हो जाएँगे, आपने हिम्मत नहीं हारनी, और अगर आप मालिक पे भरोसा रखोगे तो मालिक पहाड़ जितने दुख को सुई बराबर दुख में बदल देते हैं
Question. लड़की … बाबा जी आप मेरी शादी मे आओगे ना? प्लीज़ आना
बाबा जी स्माइल करते हुए – बेटा यहाँ इतनी संगत बैठी है, मैं अगर हर एक शादी में जाने लगा तो फिर मेरे से सत्संग नही होना. शादियाँ ही अटेंड करता रह जाऊंगा मैं तो, संगत ज़ोर से हँसी
लड़की.. बाबा जी मेरा एक लक्ष्य है आप उसको पूरा करने में भी मेरा साथ देना और नामदान की बक्षिश करना
बाबा जी… आप अपना लक्ष्ह सामने रखो ..मालिक ज़रूर साथ देगा बेटा